भाकृअनुप-एनबीएफजीआर को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2024 से किया गया सम्मानित
भाकृअनुप-एनबीएफजीआर को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2024 से किया गया सम्मानित

3 सितंबर, 2024, मुंबई

भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ को भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग द्वारा श्रेणी IV (शैक्षणिक/ शोध संस्थानों द्वारा नागरिक केंद्रित सेवाओं पर शोध) के अंतर्गत जलीय पशु रोग प्रबंधन प्रणाली में ई-गवर्नेंस की स्थापना हेतु, तथा जलीय पशु रोगों के राष्ट्रीय निगरानी कार्यक्रम (एनएसपीएएडी) को आगे बढ़ाने के लिए ‘ई-गवर्नेंस 2024 (रजत)’ का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। रजत पुरस्कार में 5.0 लाख रुपये का पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र शामिल है। यह पुरस्कार आज जियो कन्वेंशन सेंटर, मुंबई, महाराष्ट्र में आयोजित ई-गवर्नेंस पर 27वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया।

ICAR-NBFGR Honored with the Prestigious National e-Governance Award 2024  

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, श्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री, श्री देवेन्द्र फडणवीस इस अवसर पर उपस्थित रहे तथा उन्होंने पुरस्कार प्रदान किया।

इस अवसर पर उप-महानिदेशक (मत्स्य विज्ञान), डॉ. जे.के. जेना और भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के निदेशक, डॉ. उत्तम कुमार सरकार भी उपस्थित रहे।

संस्थान, भारत सरकार के मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के मत्स्य विभाग द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत वित्तपोषित एनएसपीएएडी-चरण II का समन्वय कर रहा है। जो विभिन्न राज्यों में भाकृअनुप-मत्स्य अनुसंधान संस्थानों और मत्स्य महाविद्यालयों के माध्यम से किया जा रहा है।

भाकृअनुप-एनबीएफजीआर ने मछली रोगों की किसान-आधारित रिपोर्टिंग को मजबूत करने और समय पर वैज्ञानिक सलाह प्रदान करने के लिए ‘रिपोर्टफिशडिसीज ऐप’ विकसित किया है।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ)

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