ऑइल पाम पर भाकृअनुप-एआईसीआरपी की 30वीं वार्षिक आभासी समूह बैठक संपन्न

24 नवंबर, 2021, कासरगोड

भाकृअनुप-केंद्रीय वृक्षारोपण एवं फसल अनुसंधान संस्थान, कासरगोड, केरल द्वारा आज 22 से 24 नवंबर, 2021 तक आयोजित  "ऑइल पाम पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की 30 वीं वार्षिक आभासी समूह बैठक" संपन्न हुई।

डॉ. आनंद कुमार सिंह, उप महानिदेशक (बागवानी विज्ञान), भाकृअनुप ने समापन समारोह के सम्बोधन में कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए ऑइल पाम गार्डन में इंटरक्रॉपिंग के लिए प्रौद्योगिकी विकसित करने की आवश्यकता है।

Virtual 30th Annual Group Meet of ICAR-AICRP on Palms concludes  Virtual 30th Annual Group Meet of ICAR-AICRP on Palms concludes

उद्घाटन सम्बोधन में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. बी.के. पांडे, सहाय महानिदेशक (बागवानी विज्ञान -II), भाकृअनुप ने अपने नकल रहित विशिष्ट जर्मप्लाज्म के संग्रहण, संरक्षण और मूल्यांकन की आवश्यकता पर विचार किया तथा इसके साथ ही सूक्ष्म पोषक तत्वों के विशेष संदर्भ में लागत उपयोग दक्षता बढ़ाने और बाधा रहित लाल लेबल वाले रसायनों के विकल्पों की पहचान कर पौधो को संरक्षित करने की जरुरत है। सहाय महानिदेशक ने कहा कि राज्यों के केवीके के माध्यम से कृषि के मोर्चे पर अत्याधुनिक अनुसंधान प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन और वैज्ञानिकों द्वारा संदर्भों को आसान करने के लिए डेटा के डिजिटलीकरण पर भी जोर दिया।

स्वागत भाषण देते हुए डॉ. अनीता करुण, निदेशक और परियोजना समन्वयक, भाकृअनुप-सीपीआरआई, कासरगोड ने वर्ष 2020-2021 के लिए ऑइल पाम पर भाकृअनुप-एआईसीआरपी की रिपोर्ट प्रस्तुत की।

विभिन्न भाकृअनुप-एआईसीआरपी केंद्रों और भाकृअनुप-सीपीसीआरआई के लगभग 72 प्रतिभागियों ने बैठक में भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-ऑल इंडिया कोऑर्डिनेटेड रिसर्च प्रोजेक्ट ऑन पाम्स, भाकृअनुप--सेंट्रल प्लांटेशन क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट, कासरगोड, केरल)