बिहार में कृषि क्षेत्र के अनुसंधान योग्य मुद्दों को संबोधित करने के लिए समन्वय समिति की बैठक का हुआ आयोजन
16 फरवरी, 2021, पटना
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना, बिहार ने आज 'राज्य स्तरीय समन्वय समिति की बैठक' का आयोजन किया।
श्री एन. सरवना कुमार, सचिव, कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन, कृषि विभाग, बिहार सरकार ने बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्घाटन संबोधन में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, जल संरक्षण एवं फसल विविधीकरण, प्राकृतिक संसाधन स्थिरता, उत्पादक केंद्रित कृषि के लिए उत्पादन केंद्रित पर ध्यान देने सहित कृषि क्षेत्र की पुन: कल्पना पर जोर दिया। उन्होंने कृषि व्यापार और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय और भाकृअनुप-संस्थान दोनों में एनएबीएल प्रयोगशाला की स्थापना की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
डॉ. रामेश्वर सिंह, कुलपति, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बिहार ने अपने संबोधन में बिहार में छोटे किसानों के लिए पशुधन आधारित कृषि प्रणाली विकसित करने पर जोर दिया।
डॉ. आर. के. सोहाने, कुलपति, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, बिहार ने राज्य के नीतिगत रूपरेखा बैठकों के लिए अनुसंधान संस्थानों, विश्वविद्यालयों और राज्य सरकार के प्रतिनिधित्व पर जोर दिया।
डॉ. आर. सी. श्रीवास्तव, कुलपति, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, बिहार ने बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा विकसित संभावित प्रौद्योगिकियों पर प्रकाश डाला।
डॉ. उज्ज्वल कुमार, निदेशक, भाकृअनुप-आरसीईआर, पटना, बिहार ने इससे पहले स्वागत संबोधन दिया।
बैठक में बिहार के सिमिट और बिसा के साथ-साथ भाकृअनुप-संस्थानों एवं राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ काम करने वाले सीजीआइएआर केंद्रों ने भी आभासी तौर पर भाग लिया।
(स्रोत: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना, बिहार)