भाकृअनुप-डीआरएमआर ने मैसर्स कृषि विकास सहकारी समिति लिमिटेड, हनुमानगढ़, राजस्थान के साथ समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर
22 अक्तूबर, 2021, भरतपुर
भाकृअनुप-सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर, राजस्थान ने आज मैसर्स कृषि विकास सहकारी समिति लिमिटेड, हनुमानगढ़, राजस्थान के साथ सरसों संकर 'एनआरसीएचबी506' के गैर-अनन्य लाइसेंसिंग के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया।
डॉ. पी. के. राय, निदेशक, भाकृअनुप-डीआरएमआर, भरतपुर और डॉ. राम सिंह, प्रतिनिधि, मैसर्स कृषि विकास सहकारी समिति लिमिटेड ने अपने-अपने संगठनों की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया।
अपने संबोधन में डॉ. पी. के. राय ने जोर देकर कहा कि उच्च उपज देने वाली नई किस्मों के व्यावसायीकरण से देश में तिलहन, विशेष रूप से सरसों के उत्पादन और उत्पादकता में सुधार के लिए उन्नत किस्मों के तहत अधिक क्षेत्रों को लाने में मदद मिलेगी। डॉ. राय ने निदेशालय द्वारा लाइसेंस के लिए तैयार अन्य उच्च उपज देने वाली किस्मों के विकास के बारे में भी बताया। कुछ लक्षण-विशिष्ट जर्मप्लाज्म के पंजीकरण को भी डॉ. राय द्वारा रेखांकित किया गया था, जिसे समझौता ज्ञापन के माध्यम से भी साझा किया जा सकता है।
इस अवसर पर संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
(स्त्रोत: भाकृअनुप-सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर, राजस्थान)