महानिदेशक-भाकृअनुप द्वारा भाकृअनुप-परिशुद्ध कृषि पर नेटवर्क कार्यक्रम की प्रथम संचालन समिति का उदघाटन

नवंबर 19, 2021, भुवनेश्वर

डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव (डेयर) एवं महानिदेश (भाकृअनुप) ने भाकृअनुप-परिशुद्ध कृषि पर नेटवर्क कार्यक्रम ( एनइपीपीए) के प्रथम संचालन समिति का उदघाटन किया। जिसका आयोजन आज भाकृअनुप-भरतीय जल प्रबंधन संस्थान, भुवनेश्वर, ओडिशा द्वारा किया गया।

DG, ICAR inaugurates First Steering Committee Meeting of “ICAR-Network Programme on Precision Agriculture”  DG, ICAR inaugurates First Steering Committee Meeting of “ICAR-Network Programme on Precision Agriculture”

डॉ. महापात्र ने भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, ऩई दिल्ली एवं अन्य सहभागी संस्थानों की प्रशंशा की जिन्होंने एनइपीपीए को वर्तमान स्वरुप दिया है। महानिदेश ने जोर दिया कि बहु-अनुशासनात्मक जांचकर्ताओं ने सफलतापूर्वक एनइपीपीए के उद्द्श्यों को पूरा किया है, जो कृषक समुदाय के खाद्य-सुरक्षा जरुरत को पूरा करेगा।

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डॉ. महापात्र ने परिशुद्ध-कृषि की विशेषताओं को उल्लखित करते हुए कहा कि इसने फसल उत्पादन को 30 प्रतिशत बढ़ाया, लागत को 40 प्रतिशत कम किया, जोखिम को 70 प्रतिशत तक कम किया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि परिशुद्ध कृषि जैसे अभिनव तकनीक से उत्पादन के अन्तर को कम करने की जरुरत है।

महानिदेशक ने इस अवसर पर भाकृअनुप-आईआईडब्ल्यूएम के विभिन्न प्रकाशन का विमोचन किया।

डॉ. सुरेश कुमार चौधरी, उपमहानिदेशक (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन एवं कृषि अभियांत्रिकी), भाकृअनुप एवं अध्यक्ष संचालन समिति ने जोर देते हुए कहा कि परिशुद्ध कृषि के अभिनव तकनीक जल और पोषक तत्व के उपभोग के प्रभाव को बढ़ाता है, इसके अलावा फसल के उत्पादन को भी बढ़ाता है।

डॉ. आत्माराम मिश्रा, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईडब्ल्यूएम, भुवनेश्वर, ओडिशा ने अपने स्वागत संबोधन में बैठक के उद्देश्यों की रुप-रेखा के बारे में बताया।

इस बैठक में भाकृअनुप एवं इसके संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।

इसके अलावा बैठक में भाकृअनुप-एनआरआरआई, भाकृआनुप-सीआईएफए, भाकृअनुप-सीआईडब्ल्यूए, भाकृअनुपृ-एफएमडी, भाकृअनुप-आईआईएचआर-सीएचएस, भाकृअनुप-सीटीसीआरआई, भाकृअनुप-डीपीआर, भाकृअनुप-आईआईपीआर, सहित  15 भाकृअनुप संस्थानों के नेपा के प्रधान अन्वेशक सहित प्रतिनिधियों एवं लगभग 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिय़ा।

(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय जल प्रबंधन संस्थान, भुवनेश्वर, ओडिशा)