श्री वेंकैया नायडू ने किया भाकृअनुप-एनआरसी मिथुन, नागालैंड का दौरा किया
7 अक्तूबर, 2021, नागालैंड
श्री एम. वेंकैया नायडू, उपराष्ट्रपति, भारत ने आज भाकृअनुप-राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केंद्र का दौरा किया। जैव-संसाधनों में उत्तर-पूर्व की समृद्धि के बारे में बताते हुए श्री नायडू ने क्षेत्र में आदिवासी आबादी की बेहतरी और समृद्धि के लिए भविष्य में अनुसंधान करने पर जोर दिया। उपराष्ट्रपति ने आम लोगों के लाभ के लिए मिथुन के उपयोग पर और ज्यादा अनुसंधान करने की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री नायडु ने संस्थान और प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित विभिन्न प्रौद्योगिकियों एवं उत्पादों को प्रदर्शित करने वाले प्रदर्शनी स्टालों का भी दौरा किया। वैज्ञानिकों के साथ बातचीत के दौरान, उपराष्ट्रपति ने संस्थान द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों जैसे मिनरल ब्लॉक डिस्पेंसर, क्षेत्र-विशिष्ट खनिज मिश्रण और मिथुन में होने वाली सामान्य बीमारियों पर चर्चा की।
इससे पूर्व अपने स्वागत संबोधन में डॉ. एम. एच. खान, निदेशक, भाकृअनुप-एनआरसी मिथुन ने पिछले 33 वर्षों में संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। डॉ. खान ने आजीविका और संरक्षण पद्धति के वैकल्पिक स्रोत के रूप में अर्ध-गहन मिथुन खेती को लोकप्रिय बनाने के लिए संस्थान के अथक प्रयासों को भी रेखांकित किया।
श्री जगदीश मुखी, राज्यपाल, नागालैंड; श्री वाई. पैटन, उप मुख्यमंत्री, नागालैंड सरकार; श्री जी. काइटो ऐ, कृषि एवं सहकारिता मंत्री नागालैंड सरकार; भाकृअनुप-मिथुन के वैज्ञानिकों; भाकृअनुप-उत्तर पूर्वी पर्वतीय क्षेत्र अनुसंधान परिसर, नागालैंड केंद्र के साथ-साथ नागालैंड सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
(स्त्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मिथुन अनुसंधान केंद्र, नागालैंड)